Wednesday, August 5, 2020

socity n mobile

भारत में जब मोबाइल नया-नया आया था, तब हर मोबाइल रखने वाला इंसान किसी महामानव से कम नहीं समझा जाता था। वह भी एक अलग ही जमाना था, जब लोग रोमिंग में जाते ही अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर देते थे, क्योंकि बिल बहुत ज्यादा आता था। लेकिन, पिछले दस-पंद्रह सालों में बैंकों में काम-काज से लेकर बच्चों के स्कूल कॉलेज में एडमिशन फॉर्म तक, रेलवे रिजर्वेशन हो या ऑफिस में कामकाज का तरीका, आज के संदर्भ में सबकुछ बदल गया है। क्योंकि, सामाजिक बदलाव एक स्वभाविक प्रक्रिया है। अगर हम समाज में सामंजस्य और निरंतरता को बनाए रखना चाहते हैं तो हमें उसी अंदाज में अपने व्यवहार को परिवर्तनशील बनाना ही होगा। अगर ऐसा न होता तो मानव समाज की इतनी प्रगति संभव नहीं होती।

अगर हम थोड़ा और अतीत, यानी महज सौ-सवा सौ साल पहले की बात करें, जब सूचना पहुंचाने के लिए इंसानों को एक जगह से दूसरी जगह चलकर जाना होता था। इस तरह संदेश या सूचना को किसी जगह पहुंचाने में महीने लग जाया करते थे। फिर माध्यम के तौर पर जगह ली अख़बार ने। आज़़ादी की लड़ाई में अख़बार और पत्र-पत्रिकाओं ने अहम भूमिका निभाई। वहीं आज पलक झपकते ही सूचना पहुंचाने के कई-कई तरीके हमारे पास हैं, जिन्हें हम मीडिया के नाम से भी जानते हैं।

आज समाज मे केवल संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य ही है जो मोबाइल का सही उपयोग करते है। बदलते समाज मे नए युवा गेम के की वजह से बहुत से हादसे हो जाते है संत रामपाल जी के शिष्य ही है जो अश्लील वीडियो और कोई भी ऐसी फालतू वीडियो देखना ये सब मर्यादा के खिलाप है तो सही उपयोग करना ही 

Tuesday, June 30, 2020

Dhrm

आज से लगभग पाँच हजार वर्ष पहले कोई भी धर्म या अन्य सम्प्रदाय नहीं था। न हिन्दु, न मुसलिम, न सिक्ख और न ईसाई थे। केवल मानव धर्म था। सभी का एक ही मानव धर्म था और है। लेकिन जैसे-2 कलयुग का प्रभाव बढ़ता गया वैसे-2 हमारे में मत-भेद होता गया। कारण सिर्फ यही रहा कि धार्मिक कुल गुरुओं द्वारा शास्त्रों में लिखी हुई सच्चाई को दबा दिया गया। कारण चाहे स्वार्थ हो या ऊपरी दिखावा। जिसके परिणाम स्वरूप आज एक मानव धर्म के चार धर्म और अन्य अनेक सम्प्रदाएँ बन चुकी हैं। जिसके कारण आपस में मतभेद होना स्वाभाविक ही है। सभी का प्रभु/भगवान/राम/अल्लाह/रब/गोड/खुदा/परमेश्वर एक ही है। ये भाषा भिन्न पर्यायवाची शब्द हैं। सभी मानते हैं कि सबका मालिक एक है लेकिन फिर भी ये अलग-2 धर्म सम्प्रदाएँ क्यों ?

यह बात बिल्कुल ठीक है कि सबका मालिक/रब/खुदा/अल्लाह/गोड/ राम/परमेश्वर एक ही है जिसका वास्तविक नाम कबीर है और वह अपने सतलोक/सतधाम/सच्चखण्ड में मानव सदृश स्वरूप में आकार में रहता है। लेकिन अब हिन्दु तो कहते हैं कि हमारा राम बड़ा है, मुसलिम कहते हैं कि हमारा अल्लाह बड़ा है, ईसाई कहते हैं कि हमारा ईसामसीह बड़ा और सिक्ख कहते हैं कि हमारे गुरु नानक साहेब जी बड़े हैं। ऐसे कहते हैं जैसे चार नादान बच्चे कहते हैं कि यह मेरा पापा, दूसरा कहेगा यह मेरा पापा है तेरा नहीं है, तीसरा कहेगा यह तो मेरा पिता जी है जो सबसे बड़ा है और फिर चैथा कहेगा कि अरे नहीं नादानों! यह मेरा डैडी है, तुम्हारा नहीं है। जबकि उन चारों का पिता वही एक ही है। इन्हीं नादान बच्चों की तरह आज हमारा मानव समाज लड़ रहा है।

‘‘कोई कहै हमारा राम बड़ा है, कोई कहे खुदाई रे।

कोई कहे हमारा ईसामसीह बड़ा, ये बाटा रहे लगाई रे।।‘‘

जबकि हमारे सभी धार्मिक ग्रन्थों व शास्त्रों में उस एक प्रभु/मालिक/रब/खुदा/अल्लाह/ राम/साहेब/गोड/परमेश्वर की प्रत्यक्ष नाम लिख कर महिमा गाई है कि वह एक मालिक/प्रभु कबीर साहेब है जो सतलोक में मानव सदृश स्वरूप में आकार में रहता है।

वेद, गीता, कुरान और गुरु ग्रन्थ साहेब ये सब लगभग मिलते जुलते ही हैं। यजुर्वेद के अ. 5 के श्लोक नं. 32 में, सामवेद के संख्या नं. 1400, 822 में, अथर्ववेद के काण्ड नं. 4 के अनुवाक 1 के श्लोक नं. 7, ऋग्वेद के म. 1 अ. 1 के सुक्त 11 के श्लोक नं. 4 में कबीर नाम लिख कर बताया है कि पूर्ण ब्रह्म कबीर है जो सतलोक में आकार में रहता है। गीता जी चारों वेदों का संक्षिप्त सार है। गीता जी भी उसी सतपुरुष पूर्ण ब्रह्म कबीर की तरफ इशारा करती है। गीता जी के अ. 15 के श्लोक नं. 16.17, अ. 18 के श्लोक नं. 46, 62 अ. 8 के श्लोक नं. 8 से 10 तथा 22 में, अ. 15 के श्लोक नं. 1,2,4 में उसी पूर्ण परमात्मा की भक्ति करने का इशारा किया है। श्री गुरु ग्रन्थ साहेब पृष्ट नं. 24 पर और पृष्ट नं. 721 पर नाम लिख कर कबीर साहेब की महिमा गाई है। इसी प्रकार कुरान और बाईबल एक ही शास्त्र समझो। दोनों लगभग एक ही संदेश देते हैं कि उस कबीर अल्लाह की महिमा ब्यान करो जिसकी शक्ति से ये सब सृष्टी चलायमान हैं। कुरान शरीफ में सूरत फूर्कानि नं. 25 की आयत नं. 52 से 59 तक में कबीरन्, खबीरा, कबीरू आदि शब्द लिख कर उसी एक कबीर अल्लाह की पाकि ब्यान की हुई है कि ऐ पैगम्बर (मुहम्मद)! उस कबीर अल्लाह की पाकि ब्यान करो जो छः दिन में अपनी शक्ति से सृष्टी रच कर सातवें दिन तख्त पर जा बिराजा अर्थात् सतलोक में जा कर विश्राम किया। वह अल्लाह (प्रभु) कबीर है। इसी का प्रमाण बाईबल के अन्दर उत्पत्ति ग्रन्थ में सृष्टी क्रम में  बाईबल के प्रारम्भ में ही सात दिन की रचना में 1:20-2:5 में है।

सभी संतों व ग्रथों का सार यही है कि पूर्ण गुरु जिसके पास तीनों नाम है  और नाम देने का अधिकार भी हो से नाम ले कर जीव को जन्म-मृत्यु रूपी रोग से छुटकारा पाना चाहिए। क्योंकि हमारा उद्देश्य आपको काल की कारागार से छुटवा कर अपने मूल मालिक कविर्देव (कबीर साहेब) के सतलोक को प्राप्त करवाना है। कविर्देव ने अपनी वाणी में कहा है कि एक जीव को काल साधना से हटा कर पूर्ण गुरू के पास लाकर सत उपदेश दिलाने का पुण्य इतना होता है कि जितना करोड़ गाय-बकरें आदि प्राणियों को कसाई से छुटवाने का होता है। क्योंकि यह अबोध मानव शरीर धारी प्राणी गलत गुरुओं द्वारा बताई गई शास्त्र विरूद्ध साधना से काल के जाल में फंसा रह कर न जाने कितने दुःखदाई चैरासी लाख योनियों के कष्ट को झेलता रहता है। जब यह जीवात्मा कविर्देव (कबीर साहेब) सबसे बड़ा धर्म मानव धर्म हे उसको कैसे इस पुरे संसार में केवल संत रामपाल जी महाराज ही ऐसे हे जो सभी धर्मो को सत् भक्ति मार्ग बता रहे हे पूर्ण मोक्ष सचे गुरु की शरण में जाने से ही होगा 

Tuesday, June 23, 2020

jagannath

पवित्र सतग्रंथों के अनुसार असली जगन्नाथ भगवान कबीर जी ही हैं जिनकी भक्ति करने से हमें पूर्ण मोक्ष मिलेगा।
जगन्नाथ की पूजा करना शास्त्र विरुद्ध साधना है
जगन्नाथ के दर्शन मात्र या खिचड़ी प्रसाद खाने मात्र से कोई लाभ नहीं है क्योंकि यह क्रिया गीता जी में वर्णित न होने से शास्त्र विरुद्ध है जिसका प्रमाण गीता अध्याय 16 मंत्र 23, 24 में है। गीता जी में बताई गई साधना से ही मोक्ष संभव है।
रथयात्रा 2020 विशेष
जगन्नाथ मंदिर के पास एक चबूतरा बनवाया गया था जिसे आज कबीर मठ के नाम से जाना जाता है। वहीं पर बैठकर कबीर परमात्मा ने समुद्र को जगन्नाथ मंदिर तोड़ने से बचाया था कबीर साहेब जी भगत नही थे पूर्ण परमात्मा है।

Tuesday, June 16, 2020

mera bai ki bhkti

सच्चाई यही हे की मीरा बाईं ने जब पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी का सत्संग सुुुुना तो उनसे नाम   दीक्ष्षा्  लेेेेेकर  आजीवन उनकी भक्त्ति की ।,  जिस श्री कृष्ण जी के मंदिर में मीराबाई पूजा करने जाती थी, उसके मार्ग ।
में एक छोटा बगीचा था। उसमें कुछ घनी छाया वाले वृक्ष भी थे। उस बगीचे में
परमेश्वर कबीर जी तथा संत रविदास जी सत्संग कर रहे थे। सुबह के लगभग 10
बजे का समय था। मीरा जी ने देखा कि यहाँ परमात्मा की चर्चा या कथा चल रही
है। कुछ देर सुनकर चलते हैं।
परमेश्वर कबीर जी ने सत्संग में संक्षिप्त सृष्टि रचना का ज्ञान सुनाया। कहा
कि श्री कृष्ण जी यानि श्री विष्णु जी से ऊपर अन्य सर्वशक्तिमान परमात्मा है।
जन्म-मरण समाप्त नहीं हुआ तो भक्ति करना न करना समान है। जन्म-मरण तो
श्री कृष्ण जी (श्री विष्णु) का भी समाप्त नहीं है। उसके पुजारियों का कैसे होगा।
जैसे हिन्दू संतजन कहते हैं कि गीता का ज्ञान श्री कृष्ण अर्थात् श्री विष्णु जी ने
अर्जुन को बताया। गीता ज्ञानदाता गीता अध्याय 2 श्लोक 12, अध्याय 4 श्लोक
5, अध्याय 10 श्लोक 2 में स्पष्ट कर रहा है कि हे अर्जुन! तेरे और मेरे बहुत जन्म
हो चुके हैं। तू नहीं जानता, मैं जानता हूँ। इससे स्वसिद्ध है कि श्री कृष्ण जी का
भी जन्म-मरण समाप्त नहीं है। यह अविनाशी नहीं है। इसीलिए गीता अध्याय 18
श्लोक 62 में गीता बोलने वाले ने कहा है कि हे भारत! तू सर्वभाव से उस परमेश्वर
की शरण में जा। उस परमेश्वर की कृपा से ही तू सनातन परम धाम को तथा
परम शांति को प्राप्त होगा।
परमेश्वर कबीर जी के मुख कमल से ये वचन सुनकर परमात्मा के लिए
भटक रही आत्मा को नई रोशनी मिली। सत्संग के उपरांत मीराबाई जी ने प्रश्न
किया कि हे महात्मा जी! आपकी आज्ञा हो तो शंका का समाधान करवाऊँ। कबीर
जी ने कहा कि प्रश्न करो बहन जी!
प्रश्न :- हे महात्मा जी! आज तक मैनें किसी से नहीं सुना कि श्री कृष्ण जी
से ऊपर भी कोई परमात्मा है। आज आपके मुख से सुनकर मैं दोराहे पर खड़ी हो
गई हूँ। मैं मानती हूँ कि संत झूठ नहीं बोलते। परमेश्वर कबीर जी ने कहा कि
आपके धार्मिक अज्ञानी गुरूओं का दोष है जिन्हें स्वयं ज्ञान नहीं कि आपके सद्ग्रन्थ

Tuesday, June 9, 2020

According the baibil

Holy Bible - Genesis - Sixth Day of Creation
1:26 - Then God said, "And now we will make human beings; they will be like us and resemble us. They will have power over the fish, the birds and all animals, domestic and wild, large and small."
1:27 - So God created human beings, making them be like himself. He created them male and female,

These verses of the Holy Bible prove that God is not Formless.

Genesis - Holy Bible

3:8 - That evening they heard the Lord God walking in the garden and they hid from him among the trees.

3:9 - But the Lord God called out to the man, "Where are you?"

3:10 - He answered, "I heard you walking in the garden; I was afraid and hid from you because I was naked."

3:22 - And Jehovah God made long garments from skins for Adam and for his wife, to clothe them.

Holy Bible – Genesis

18:1 - And the LORD appeared to him (Abraham) by the oaks of Mamre, as he sat at the door of his tent in the heat of the day.

18:2 - He (Abraham) lifted up his eyes and looked, and behold, three men were standing in front of him. When he saw them, he ran from the tent door to meet them and bowed himself to the earth.

18:4 - Please, let a little water be brought and have your feet washed; then recline under the tree. 

18:5 - Seeing that you have come here to your servant, let me bring a piece of bread so that you may refresh yourselves

The lines above clearly describe the Lord God walking in the garden which Adam and Eve can hear walking and thus they hide. The Lord God also appears before Abraham who then bows unto them. 

Moreover, Abraham requests God's feet to be washed and then God reclines under a tree. Abraham even brings a piece of bread for God to eat.

No wonder the Lord God is in form as he talks, walks, meets, eats and can be seen. He also reclines and has feet which can be washed. Therefore the Lord God rightly said in the beginning that he created man in his own image. This clearly proves the Lord God to be in form

Myth 2 - Jesus is God in Christianity

This is the biggest myth in Christianity for Jesus is seen as God. Jesus was a prophet with some supernatural powers sent by Kaal Brahm on this earth. He was sent from Vishnu Lok (Kabir Sagar, Mohammad Bodh, Jabroot, Mokam 3).

Isa paigambar padhe kitaba, uska naam injeel kitaba.​
Salamalek taha hm keena, dasta bos unhu uthi leena.​
Tahwa baithe vishambhar rai, vahi peer to wahi khudai.

Yah vishnupuri hai bhai,yame bhi ek baikunth samai.
Vishnu hai yaha ka pardhana, sun mohammad gyan vigyana.

In the Christian Trinity, which explains about Father, Son, and Holy Spirit, Jesus was the Son of God. Here are some biblical verses which prove that Jesus was the Son of God who was sent to spread the message of one God.

Hebrews 1:5 - To which of the angels did He ever say, "YOU ARE MY SON, TODAY I HAVE BEGOTTEN YOU"? And again, "I WILL BE A FATHER TO HIM AND HE SHALL BE A SON TO ME"?
Matthew 17:5 - While he was still speaking, a bright cloud overshadowed them, and behold, a voice out of the cloud said, "This is My beloved Son, with whom I am well-pleased; listen to Him!"
Mark 1:11 - and a voice came out of the heavens: "You are My beloved Son, in You I am well-pleased."
Luke 20:13 - "The owner of the vineyard said, 'What shall I do? I will send my beloved son; perhaps they will respect him.'
In these verses, it is explained that Jesus was sent by God to give the message of complete God. He was the son or messenger of God.

Likewise in Hinduism, it is believed that Shri Krishna gave the knowledge of Shrimad Bhagvad Geeta.

In Bhagavad Gita, it is written that only Complete God should be worshipped. 

■ Those who worship Brahma Vishnu and Shiva are fools.

But priests in Hinduism were not able to understand Geeta verses properly and they started worshipping Shri Krishna instead of Complete God Kabir.

Myth 3 - There is no Rebirth in Christianity

In both Islam and Christianity, it is believed that there is no rebirth. It is believed that all humans will keep d

Sunday, May 31, 2020

Maghar leela

Sheikh Taki, the religious preacher of Delhi's Emperor Sikander Lodhi, put Kabir Saheb in a 150 feet deep well to kill him and filled it with mud, brick stone, wood bushes etc. The eternal Kabir Sahib disappeared from there and sat with the king.
कबीरपरमेश्वर_के_साथ_52बदमाशी 

Friday, May 29, 2020

Satyug

One truth that no one knows is that Kabir Sahib comes in all four ages, but not from the mother's womb.  In every era, Kabir Saheb appears on the lotus flower.
For more information on Sadhana TV at 7 :30 pm.

Tuesday, May 19, 2020

Crime

अपराध के कुछ प्रमुख कारण निम्न है--

  1. आर्थिक कारण
  2. मनोवैज्ञानिक कारण
  3. शारीरिक विकार
  4. स्वस्थ्य मनोरंजन के साधनों की कमी
  5. चलचित्र
  6. मनौविज्ञानिक कारण।      
  7. दहेज जेसी कु प्रथा
  8. भेद भाव
  9. शराब पि कर जेसे अपराध्  

कारण
 
दंडाभियोग के भिन्न-भिन्न कारण हो सकते हैं; यथा, क्षणिक आवेग, भावुकता, पूर्वविचार, भावी विनाश से रक्षा, आदि। दृष्टांत के लिये राजनीतिक हत्याओं को ले सकते हैं। किसी राजनीतिक लक्ष्य की पूर्ति के निमित्त कुछ लोग षड्यंत्र कर राज्य के प्रमुख की हत्या कर डालते हैं। ऐसा पूर्व विचार से ही होता है, क्षणिक आवेग से नहीं। प्रत्यक्ष हत्यारा भावुकता से, पैसे के लोभ से या अपने दल के लक्ष्य की पूर्ति के कारण अपराध करता है। उसके गिरफ्तार होने पर इस आशंका से कि कहीं वह रहस्य का उद्घाटन कर अपने साथियों का विनाश न करवा दे, षडयंत्रकारी उसका वध कर देते हैं। इसी प्रकार डकैती करते हुए जब एक डाकू घायल होकर गिर पड़ता है तो उसके साथी उसे ढोकर ले जाने में अक्षम होने के कारण उसका सिर काट ले जाते हैं, ताकि उसके मृत शरीर के द्वारा उसकी पहचान न हो सके या जीवित रहने पर क्षमा पाने के आश्वासन से वह अपने दल का रहस्य न खोल दे।
अपराध का खात्मा
केवल सत भक्ति  से ही खत्म हो सकता है।
आज के युग में  केवल एक ही संत रामपाल जी महाराज ही हे जो सारी बुराइयो को समाप्त करवा रहे केवल सत भक्ति से सारी बुराइया छुड़वा रहे हे इस कलयुग में मात्र सत भक्ति से ही हम शास्वत स्थान पर प्राप्त किया जा सकता है ऐसा ज्ञान पुरे विश्व् में इनके अलावा कोई भी नही है

Thursday, May 14, 2020

Destroy of humanity

मानवता को नाश करने में सबसे जादा नशा तमाखू और भी बहुत सारी बुराइययों से इस मानवता का नाश होता जा रहा हे हम इस पृथ्वी पर नास्तिकता बढ़ती जा रही ही इस मानवता के नाश से जब ही बचा जा सकता जब सच्ची भक्ति अर्थात सचे गुरु की शरण में जाने से सारी बुरिया को छुड़वा सकते हे पूर्ण गुरु की शरण से ही मानवता का नाश होने से बचा जा सकता हे।  
परमात्मा की शरण में आने से सभी जाती से भेद मिट जाता हे क्योंकि हम सब एक मालिक ने बनाया हे ।

Tuesday, May 12, 2020

Birth sickness

https://www.facebook.com/spiritualleaderSaintRampalJI/videos/607806049825262/

Thursday, May 7, 2020

stop eating meat



🚫 Stop eating meat 🚫
🚫Stop killing animals 🚫
Those who consume meat are becoming the recipients of hell.

#Allah_Not_Allowed_EatMeat
Allah / God has given us fruitful trees and seeded plants for humans to eat, did not order to eat meat.
For more information 
must watch👉SadhanaTV 7:30 PM 

Wednesday, May 6, 2020

सत् भक्ति सन्देश


A true channel exposing the truth .. !!
 
We are unable to understand Jesus texts even after reading them, showing such secret secrets.  Right now our education is being used… !!!
Please watch Ishwar TV at 8:30 p.m.
Supreme Saint Rampal Ji Maharaj is the only Complete Guru in the whole of this universe at this point in time who can impart the true mantra (initiation) to his disciples by which they can achieve salvation or Moksha. 



कोरोनावायरस की वजह से पूरे भारत में अब लॉकडाउन है। जिसकी वजह से पूरा भारत अब घर में ही रहेगा और, आज हम आपको एक ऐसी चीज के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसका सेवन आपको जरूर करना चाहिए। क्योंकि कोरोनावायरस से लड़ने के लिए आपको अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को जरूर बढ़ाना पड़ेगा तो, ऐसे में आज हम आपको एक ऐसी चीज के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसका अगर आप सेवन करेंगे तो, आपके शरीर का रोग प्रतिरोधक क्षमता जरूर बढ़ेगा और, इस लॉक डाउन में आप भी अपने शरीर का ध्यान जरूर रखिए तो, क्योंकि बीमारियों से और इन्फेक्शन से लड़ने के लिए आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होना जरूरी है।  
               नमस्कार दोस्तों मैं एक बार फिर हाजिर हूँ एक और नए आर्टिकल के साथ आज हम 3 ऐसी चीज़ों की बात करने वाले हैं जो किसी भी इंसान के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। जिसका सेवन करना आपके लिया काफी फायदेमंद होता है। क्योंकि ये चीज़ें आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करती हैं, ऐसे में आज हम आपको एक ऐसी चीज के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसका अगर आप सेवन करेंगे तो, आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और कई बीमारियों और इन्फेक्शन से लड़ने के लिए आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होना जरूरी है। आइये जानें इन चीज़ो के बारे में           
         
1:बादाम
बादाम के बारे में कौन नहीं जनता है ये आपके घर में मिलने वाला मेवा है बादाम पुरुषों के लिए अमृत माना जाता हैं। बादाम के सेवन से ब्रेन सेल्स स्ट्रांग होते हैं। बादाम के सेवन से दिमाग तेज़ होता है और कंप्यूटर से भी तेज़ दौड़ने लगता है. बादाम का सेवन बच्चो के लिए सबसे अधिक लाबकारी होता है. बादाम गर्मियों में भिगो कर खाने चाहियें। अगर आप बादाम पीस कर सेवन करते हैं तो ये आपके लिये सबसे फायदेमंद होता है.
2:अंकुरित मुूूंंग
 पुरुषों के लिए अंकुरित मूंग का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता हैं। अंकुरित मूंग में कई तरह की विटामिन मिनरल्स होते हैं। साथ ही साथ इसके सेवन से शारीरिक और मानसिक स्थिति काफी अच्छी रहती है और आप ऊर्जावान बने रहते हैं इसलिए आपको सदैव अंकुरित मुंग का सेवन करना चाहिए।

दलहन को प्रोटीन का प्रमुख स्त्रोत माना जाता है। इसमें ढेर सारे विटामिन्स, प्रोटीन, मैग्नीज, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कॉपर और जिंक भरपूर मात्रा में होते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं.         
       
3:किशमिश

किशमिश का सेवन करना पुरुषों के लिए काफी लाभकारी होता हैं। किशमिश में फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है। जिससे डाइजेशन क्रिया बेहतर रहती हैं। साथ ही साथ पेट में कब्ज की समस्या नहीं होती हैं और आप एनर्जेटिक रहते हैं।